एक ठहरा सा मौसम ..
सिसकती सी फिज़ा..
दिल का अक्स
डूब जाता है
यांदो के समंदर में ..
पुकार तो लू तुझे ...
राग के साज़ में ,
तू सुनने से मुकर जाए
तो ....
जीवन स्वर रूठ जाए ना कही ...!!
सिसकती सी फिज़ा..
दिल का अक्स
डूब जाता है
यांदो के समंदर में ..
पुकार तो लू तुझे ...
राग के साज़ में ,
तू सुनने से मुकर जाए
तो ....
जीवन स्वर रूठ जाए ना कही ...!!
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